जय गोमटेश्वर | Jay Gomteshwar के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : जय गोमटेश्वर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Akshay Kumar Jain | Akshay Kumar Jain की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Akshay Kumar Jain | इस पुस्तक का कुल साइज 3.5 MB है | पुस्तक में कुल 126 पृष्ठ हैं |नीचे जय गोमटेश्वर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | जय गोमटेश्वर पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Jay Gomteshwar | This Book is written by Akshay Kumar Jain | To Read and Download More Books written by Akshay Kumar Jain in Hindi, Please Click : Akshay Kumar Jain | The size of this book is 3.5 MB | This Book has 126 Pages | The Download link of the book "Jay Gomteshwar " is given above, you can downlaod Jay Gomteshwar from the above link for free | Jay Gomteshwar is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
वर्ष १६३६ में श्रद्धेय एवाचार्य मुनि विद्यानन्दजी के आशीर्वाद तथा जैनमठ के आदरणीय भट्टारक स्वामी चारुकीत जी की प्रेरणा से श्रवणबेलगोल, कराकल, धर्म-स्थल, हुम्चा आदि कर्नाटक के अनेक तीर्थ व सुन्दर स्थलों पर जाने का अवसर प्राप्त हुआ था। अपनी दो सप्ताह की इस यात्रा में मुझे मा लगा कि इन स्थानों पर जाने का अमर बहुत पहले मिलना चाहिए था और वहां अब तर कई बार हो आना चाहिए था किन्तु जब अवम र आया तभी यह सम्भव हो सका।