कर्मयोग और कर्म कौशल | Karmyog Or Karm Kousahal

कर्मयोग और कर्म कौशल | Karmyog Or Karm Kousahal

कर्मयोग और कर्म कौशल | Karmyog Or Karm Kousahal के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : कर्मयोग और कर्म कौशल है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shriram Sharma Acharya | Shriram Sharma Acharya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 5.5 MB है | पुस्तक में कुल 177 पृष्ठ हैं |नीचे कर्मयोग और कर्म कौशल का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कर्मयोग और कर्म कौशल पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational

Name of the Book is : Karmyog Or Karm Kousahal | This Book is written by Shriram Sharma Acharya | To Read and Download More Books written by Shriram Sharma Acharya in Hindi, Please Click : | The size of this book is 5.5 MB | This Book has 177 Pages | The Download link of the book "Karmyog Or Karm Kousahal" is given above, you can downlaod Karmyog Or Karm Kousahal from the above link for free | Karmyog Or Karm Kousahal is posted under following categories inspirational |


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पुस्तक का साइज : 5.5 MB
कुल पृष्ठ : 177

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कर्म तो सभी करते हैं, किंतु किस मनोयोग से कर्म किया जाए कि सफलता मिलकर ही रहे। असफल हो जाने पर किस प्रकार बिना उद्विग्न हुए पुनः उसमें प्रवृत्त हुआ जा सके कर्म तथा आकांक्षाओंविचारणाओं में सामंजस्य किस प्रकार स्थापित किया जाए जिससे स्वयं सुखी होने के साथ-साथ विश्वमानव को भी सुखी बनाया जा सके कर्म उसके कर्ता को पहले क्षण सफलता के हर्ष से उन्मत्त बना देता है। तो दूसरे ही क्षण असफलता का विषाद उसे सिर धुनने को विवश कर देता है। इस विडंबना से बचने के लिए कर्म के प्रति समग्र दृष्टिकोण रखना आवश्यक है।

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