मेक्सिकन कलाकार फ्रीडा काहलो | Mexican Kalakaar – Freida Kahlo

क्रांतिकारी अविष्कारक – माइकल फैराडे | Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday

माइकल फैराडे एक लोहार के बेटे थे. पिता के पास उन्हें स्कूल भेजने के लिए पैसे नहीं थे. पर अपनी लगन और संघर्ष से एक लोहार का बेटा दुनिया के सबसे महान वैज्ञानिकों में एक बना. बाद में वो रॉयल सोसाइटी का प्रेजिडेंट बना. जानकारों के अनुसार अगर आज माइकल फैराडे ज़िंदा होते तो उनके बुनियादी शोधों के लिए उन्हें कम-से-कम तीन नोबल पुरुस्कार ज़रूर मिलते. एक अत्यंत प्रेरक जीवनी.
क्रांतिकारी अविष्कारक – माइकल फैराडे | Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday

क्रांतिकारी अविष्कारक – माइकल फैराडे | Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : क्रांतिकारी अविष्कारक - माइकल फैराडे है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Brian | Brian की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 15 पृष्ठ हैं |नीचे क्रांतिकारी अविष्कारक - माइकल फैराडे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | क्रांतिकारी अविष्कारक - माइकल फैराडे पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography, children, scientist

Name of the Book is : Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday | This Book is written by Brian | To Read and Download More Books written by Brian in Hindi, Please Click : | The size of this book is 3 MB | This Book has 15 Pages | The Download link of the book "Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday " is given above, you can downlaod Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday from the above link for free | Krantikaari Avishkarak – Michael Faraday is posted under following categories Biography, children, scientist |

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पुस्तक का साइज : 3 MB
कुल पृष्ठ : 15

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माइकल फैराडे एक लोहार के बेटे थे. पिता के पास उन्हें स्कूल भेजने के लिए पैसे नहीं थे. पर अपनी लगन और संघर्ष से एक लोहार का बेटा दुनिया के सबसे महान वैज्ञानिकों में एक बना. बाद में वो रॉयल सोसाइटी का प्रेजिडेंट बना. जानकारों के अनुसार अगर आज माइकल फैराडे ज़िंदा होते तो उनके बुनियादी शोधों के लिए उन्हें कम-से-कम तीन नोबल पुरुस्कार ज़रूर मिलते. एक अत्यंत प्रेरक जीवनी.

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