कुवेर | Kuber के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : कुवेर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Deviprashad | Shri Deviprashad की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Deviprashad | इस पुस्तक का कुल साइज 4.4 MB है | पुस्तक में कुल 204 पृष्ठ हैं |नीचे कुवेर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कुवेर पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Kuber | This Book is written by Shri Deviprashad | To Read and Download More Books written by Shri Deviprashad in Hindi, Please Click : Shri Deviprashad | The size of this book is 4.4 MB | This Book has 204 Pages | The Download link of the book "Kuber" is given above, you can downlaod Kuber from the above link for free | Kuber is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
इसके बाद आया प्रेमचद-युग और प्रेमचदजी की विशेयता थी चरित्र-चित्रण उनकी कथा का प्राधार रहता था ममाज और उसकी ममस्याएँ उपन्याम मे वे एक विशिष्ट चरित्र का निर्माण करते थे। उनके उपन्यास का नायक केंद्र बिंदु होता था शेप पात्र उसके चारों ओर घुमने थे। प्रादर्श ग्रार उनकी विराविनी प्रवृत्तियों के संघर्ष फा घटाटोप उपस्थित करना उनका श्येय रहता था। उनकी कथा र नायक प्रायः मानवीय दुर्बलता म परे होता था |