ग्रहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा | Gruhlakshmi Ki Pratistha

ग्रहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा | Gruhlakshmi Ki Pratistha

ग्रहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा | Gruhlakshmi Ki Pratistha के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : ग्रहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ram Sharma Acharya | Shri Ram Sharma Acharya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 100.7 MB है | पुस्तक में कुल 25 पृष्ठ हैं |नीचे ग्रहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ग्रहलक्ष्मी की प्रतिष्ठा पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Knowledge

Name of the Book is : Gruhlakshmi Ki Pratistha | This Book is written by Shri Ram Sharma Acharya | To Read and Download More Books written by Shri Ram Sharma Acharya in Hindi, Please Click : | The size of this book is 100.7 MB | This Book has 25 Pages | The Download link of the book "Gruhlakshmi Ki Pratistha" is given above, you can downlaod Gruhlakshmi Ki Pratistha from the above link for free | Gruhlakshmi Ki Pratistha is posted under following categories dharm, Knowledge |


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पुस्तक का साइज : 100.7 MB
कुल पृष्ठ : 25

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नारी लक्ष्मी का अवतार है । भगवान मनु स्पष्ट शब्दों में कह गये हैं। कि जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहाँ देवता निवास करते हैं । अर्थात् उस स्थान में सुख, शान्ति का निवास रहता है । सम्मानित और संतुष्ट नारी अनेक सुविधाओं और सुव्यवस्थाओं का घर बन जाती है, उसके साथ गरीबी में भी अमीरी का आनन्द बरसता है । कान, दौलत तो निर्जीव लष्मी है, किन्तु स्त्री तो लक्ष्मी की सजीव प्रतिमा है । उसके समुचित आदर, सहयोग और संतोष का सदैव ध्यान रखना चाहिए ।

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