लौलैयाँ | Laulaiyaan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : लौलैयाँ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ramcharan Hayaran | Ramcharan Hayaran की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ramcharan Hayaran | इस पुस्तक का कुल साइज 09.0 MB है | पुस्तक में कुल 170 पृष्ठ हैं |नीचे लौलैयाँ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | लौलैयाँ पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Laulaiyaan | This Book is written by Ramcharan Hayaran | To Read and Download More Books written by Ramcharan Hayaran in Hindi, Please Click : Ramcharan Hayaran | The size of this book is 09.0 MB | This Book has 170 Pages | The Download link of the book "Laulaiyaan" is given above, you can downlaod Laulaiyaan from the above link for free | Laulaiyaan is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |
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स्व० श्री मुन्शी अजमेरी जी से सन् १९२४ में जन-कवि ईसुरी की फागै सुनने को सर्व प्रथम अवसर मुझे कोळ प्राम्य में मिला था । मैं वहाँ एक कवि सम्मेलन में गया था। कविता पढ़ने के पश्चात् जब मैं अपने स्थान पर आया, तो एक भद्र पुरुष जो कि देखने में मथुरा के चौथे सदृश लगते थे, अपने सहजस्वभाव से मुस्कराते हुये बोले, "भैया तैने भौतइ नौनी कविता सुनाई और कउन तो सबसे नौनी लगी'' मैं समझ गया कि यही मुन्शी अजमेरी होंगे। मैंने उन्हें श्रद्धा से प्रणाम किया और बैठ गया।