मानस – दर्पण | Manas – Darpan

मानस – दर्पण | Manas – Darpan

मानस – दर्पण | Manas – Darpan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मानस – दर्पण है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Chandramauli Sukul | Chandramauli Sukul की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 7.08 MB है | पुस्तक में कुल 112 पृष्ठ हैं |नीचे मानस – दर्पण का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मानस – दर्पण पुस्तक की श्रेणियां हैं : Granth

Name of the Book is : Manas – Darpan | This Book is written by Chandramauli Sukul | To Read and Download More Books written by Chandramauli Sukul in Hindi, Please Click : | The size of this book is 7.08 MB | This Book has 112 Pages | The Download link of the book "Manas – Darpan" is given above, you can downlaod Manas – Darpan from the above link for free | Manas – Darpan is posted under following categories Granth |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 7.08 MB
कुल पृष्ठ : 112

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

यधपि रस प्रधान है और व्यभिचारी आदि उसके अंग है तथापि जैसे कोई राजा अपने किसी कर्मचारी के विवाह में उसके पीछे चलता है और प्रधान नहीं गिना जाता, इसी प्रकार कभी कभी व्यभचारी भी प्रधान रूप से प्रकट होते है और भाव कहलाते है | इसी प्रकार यदि देवता, मुनि, गुरु

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.