मिलिन्द | Milind

मिलिन्द | Milind

मिलिन्द | Milind के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मिलिन्द है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ratanprakash Shil | Ratanprakash Shil की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 13.5 MB है | पुस्तक में कुल 99 पृष्ठ हैं |नीचे मिलिन्द का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मिलिन्द पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Milind | This Book is written by Ratanprakash Shil | To Read and Download More Books written by Ratanprakash Shil in Hindi, Please Click : | The size of this book is 13.5 MB | This Book has 99 Pages | The Download link of the book "Milind" is given above, you can downlaod Milind from the above link for free | Milind is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 13.5 MB
कुल पृष्ठ : 99

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मिलिन्द, मनोज, मुन्ना और मंजू एक गरीब किसान के बच्चे थे । एक दिन उनकी भेंट जादूगर बिनबिल्ला से हो गई। जादूगर उन बच्चों का दोस्त बन गया। वह उनको बढ़िया-बढ़िया बातें बताता, अनोखे खेल दिखा कर उनका मन बहलाता । जादूगर बम्बई का रहने वाला था। उसने किसान को बम्बई में नौकरी दिला दी। बच्चे बम्बई आ गए जादूगर भी उनके मकान के पास बनी हवेली में रहने लगा । एक दिन मिलिन्द, मनोज, मुन्ना और मंजु जब जादूगर बिनबिल्ला की हवेली पर पहुंचे तो वहां कोहराम मचा था चारों ओर पुलिस ही पुलिस थी ।

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