मोहम्मद साहब की जीवनी : विशम्भर नाथ | Mohammad Sahab Ki Jivni : Vishambhar nath

मोहम्मद साहब की जीवनी : विशम्भर नाथ | Mohammad Sahab Ki Jivni : Vishambhar nath

मोहम्मद साहब की जीवनी : विशम्भर नाथ | Mohammad Sahab Ki Jivni : Vishambhar nath के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मोहम्मद साहब की जीवनी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Vishambhar Nath Tripathi | Vishambhar Nath Tripathi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.2 MB है | पुस्तक में कुल 244 पृष्ठ हैं |नीचे मोहम्मद साहब की जीवनी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मोहम्मद साहब की जीवनी पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Biography, islam

Name of the Book is : Mohammad Sahab Ki Jivni | This Book is written by Vishambhar Nath Tripathi | To Read and Download More Books written by Vishambhar Nath Tripathi in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.2 MB | This Book has 244 Pages | The Download link of the book "Mohammad Sahab Ki Jivni" is given above, you can downlaod Mohammad Sahab Ki Jivni from the above link for free | Mohammad Sahab Ki Jivni is posted under following categories dharm, Biography, islam |

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पुस्तक का साइज : 6.2 MB
कुल पृष्ठ : 244

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अरबों का देश
हज़रत मोहम्मद का जन्म अरव देश में हुआ था।
यह देश हिन्दुस्तान से पच्छिम में एशिया के दक्खिनपच्छिम के कोने में है। उसके तीन तरफ पानी है । पूरव में फिरात नदी और उसके बाद ईरान की खाड़ी, दक्खिन में हिन्द महासागर और पच्छिम में लाल समुद्र । उत्तर में कुछ दूर तक रूम सागर है और फिर शाम ( सीरिया ) का देश जो तुर्की से मिला हुआ है। लाल समुद्र अरव को अफरीका के पुराने देशों मिस्र
और इथियोपिया से अलग करता है और ईरान की खाड़ी अरय की ईरान से अलग करती है । चम्बई और कराची के बन्दरगाहों से अरब एक हजार मील से कम है। अरव का मशहूर वन्दरगाह अदन, जिसे यूरोप से आने वालो के लिये हिन्द महासागर का मोहाना कहा जा सकता है, (१६४० में) अंगरेज़ो के क़ब्ज़े में है।
अरव की लम्बाई उत्तर से दक्खिन तक क़रीब १५०० मील और चौड़ाई पूरव से पच्छिम तक इसकी लगभग आधी है। फैलाव हिन्दुस्तान के आधे से कुछ ज्यादह है लेकिन शावादी मुशकिल से हिन्दुस्तान का पचासवां हिस्सा ।

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14 Comments

  1. i can’t download this and other books
    when i click for download that’s show me website is temporary not available

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