नागार्जुन सम्पूर्ण उपन्यास खंड 2 | Nagarjun Sampurn Upanyas khand 2 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : नागार्जुन सम्पूर्ण उपन्यास खंड 2 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : nagarjuna | nagarjuna की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : nagarjuna | इस पुस्तक का कुल साइज 35.7 MB है | पुस्तक में कुल 567 पृष्ठ हैं |नीचे नागार्जुन सम्पूर्ण उपन्यास खंड 2 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नागार्जुन सम्पूर्ण उपन्यास खंड 2 पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Nagarjun Sampurn Upanyas khand 2 | This Book is written by nagarjuna | To Read and Download More Books written by nagarjuna in Hindi, Please Click : nagarjuna | The size of this book is 35.7 MB | This Book has 567 Pages | The Download link of the book "Nagarjun Sampurn Upanyas khand 2" is given above, you can downlaod Nagarjun Sampurn Upanyas khand 2 from the above link for free | Nagarjun Sampurn Upanyas khand 2 is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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यह पंक्तियां आज से कोई 30-35 वर्ष पहले की हैं । लोक-कयाण की जिस दिशा की ओर, हिन्दी कथा-साहित्य के बढ़ने की आकक्षिा व्यक्त की गयी है, इस बीच उस दिशा में वह बढ़ा है या नहीं, बढ़ा है तो कितना बड़ा है, इसका सबै क्षणअध्ययन तो लोग अपनी-अपनी तरह से कर ही रहे हैं, आगे भी यह सब होता रहेगा, लेकिन इतनी बान साफ है कि डा० शर्मा ने ऊपर जो चार नाम गिनाये हैं, अगर उन्हीं की बनायी निदेंग-रेखा के आधार आज कोई बहस आयोजित हो तो उनमें से केवल दो नामों की अद्यतन प्रासंगिकता बची हुई नजर आयेगी।