नयी समीक्षा | Nayi Samiksha

नयी समीक्षा | Nayi Samiksha

नयी समीक्षा | Nayi Samiksha के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : नयी समीक्षा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Amrit Rai | Amrit Rai की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 133 MB है | पुस्तक में कुल 326 पृष्ठ हैं |नीचे नयी समीक्षा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नयी समीक्षा पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature

Name of the Book is : Nayi Samiksha | This Book is written by Amrit Rai | To Read and Download More Books written by Amrit Rai in Hindi, Please Click : | The size of this book is 133 MB | This Book has 326 Pages | The Download link of the book "Nayi Samiksha " is given above, you can downlaod Nayi Samiksha from the above link for free | Nayi Samiksha is posted under following categories literature |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 133 MB
कुल पृष्ठ : 326

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हमारे साहित्य में आज आलोचना के अनेक मानदंड प्रचलित हैं। उन्हीं अनेक मानदंडों में से एक लेकिन सबसे गतिशील और प्रबल माक्र्सवादी आलोचना है। हमारे साहित्य में इसका प्रचलन और प्रसार कुछ ही वर्षों से हुआ है। मार्क्सवादी आलोचना बड़ा विशद विज्ञान है, इसलिए हमें उस पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। तभी हम किसी ऐसे निष्कर्ष पर पहुँच सकेंगे जिससे हमारे साहित्य का कल्याण होगा। शुद्ध मन से किसी समस्या पर विचार करना ही किसी सच्चे साहित्यसेवी का लक्ष्य हो सकता है । व्यर्थ के वितंडावाद को प्रश्रय देना कभी भी ठीक नहीं होता। पहले ही से अपने को ठीक और शेष संसार को गलत मानकर तर्क करने की प्रवृत्ति समस्या को सुलझाने की अपेक्षा उलझाने ही में अधिक योग देती है। इसलिए आइए, सबसे पहले यह देखें कि मार्क्सवादी आलोचना क्या है। माक्र्सवादी आलोचना क्या है, यह भलीभाँति समझ लेने पर यह बतलाने में विशेष कठिनाई न होगी कि माक्र्सवादी आलोचना क्या नहीं है।

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