कोश कला | Kosh Kala

कोश कला | Kosh Kala

कोश कला | Kosh Kala के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : कोश कला है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 32.5 MB है | पुस्तक में कुल 176 पृष्ठ हैं |नीचे कोश कला का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कोश कला पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature

Name of the Book is : Kosh Kala | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 32.5 MB | This Book has 176 Pages | The Download link of the book " Kosh Kala " is given above, you can downlaod Kosh Kala from the above link for free | Kosh Kala is posted under following categories literature |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 32.5 MB
कुल पृष्ठ : 176

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चार-पाँच बर्ष पहले की बात है। सारी परिस्थिति तो याद नहीं, पर इतना ध्यान है कि काशी नागरी-प्रचारिणी सभा में एक प्रतिष्ठित सज्जन, कदाचित् कोई उच्च राजकीय अधिकारी या राज्यमंत्री, पधारे थे। उनके सामने सभा की कुछ बातें रखी जाने को थीं । सभा द्वारा प्रकाशित शब्द-कोशों के सम्बन्ध में कुछ कहने का भार मुझे सौंपा गया था । उस अवसर पर मैंने कहा था कि शब्द-कोश तैयार करना उतना सहज नहीं है, जितना वह आज-कल हिन्दी में समझा जाता है। वह भी एक कला है, जिसका विचार-पूर्वक अध्ययन और अभ्यास करना पड़ता है। वहाँ से उठकर बाहर निकलने पर मेरे सुयोग्य और होनहार मित्र श्री शिवनाथजी ने मुझसे कोश-कला पर कुछ लिखने का अनुरोध किया था। अनुरोध में कुछ आकर्षण था, इसलिए उसने मेरे मन में घर-सा कर लिया

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