भोर से पहले | Bhor Se Pahle

भोर से पहले | Bhor Se Pahle

भोर से पहले | Bhor Se Pahle के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भोर से पहले है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Amrit Rai | Amrit Rai की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4 MB है | पुस्तक में कुल 132 पृष्ठ हैं |नीचे भोर से पहले का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भोर से पहले पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Bhor Se Pahle | This Book is written by Amrit Rai | To Read and Download More Books written by Amrit Rai in Hindi, Please Click : | The size of this book is 4 MB | This Book has 132 Pages | The Download link of the book " Bhor Se Pahle" is given above, you can downlaod Bhor Se Pahle from the above link for free | Bhor Se Pahle is posted under following categories Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 4 MB
कुल पृष्ठ : 132

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सबेरे का वक्त है। गंगा-स्नान के प्रेमी अकेले और दुकेले और. चार-चार छः-छः के गुच्छों में गंगा-तट से लौटकर दशाश्वमेध के तरकारीवालों और मेवाफरोशों से उलझ रहे हैं, मोल-तोल कर रहे हैं । दूकानें सब दुलहिनों की तरह सजी-धजी खड़ी हैं। कहीं चायवाला चाय के शौकीनों को गाढ़े कत्थई रंग की चाय पिला रहा है, कहीं पानवाला चांदी का वरक लगा बीड़ा और खुशबूदार जर्दा किसी ग्राहक को पकड़ा रहा है । एक जगह बंगला अखबारोंवाला 'युगान्तर' और 'आनन्दबाजार' की हांक लगा रहा है । सब के चेहरे पर, सब के कपड़ों में, सब की बोली में अजब एक ताज़गी है । सुनहली धूप फैल गयी है, जो इस बसन्ती मौसम में एक खास रंग भर रही है, जो कि तन्दुरुस्ती का रंग है, जिसके बीच सी० एन० डे का अंग्रेजी दवाखाना और देरों अायु

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