परशुराम की प्रतीक्षा | Parshuram ki Prateeksha के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : परशुराम की प्रतीक्षा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ramdhari Singh Dinkar | Ramdhari Singh Dinkar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ramdhari Singh Dinkar | इस पुस्तक का कुल साइज 4.0 MB है | पुस्तक में कुल 82 पृष्ठ हैं |नीचे परशुराम की प्रतीक्षा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | परशुराम की प्रतीक्षा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry
Name of the Book is : Parshuram ki Prateeksha | This Book is written by Ramdhari Singh Dinkar | To Read and Download More Books written by Ramdhari Singh Dinkar in Hindi, Please Click : Ramdhari Singh Dinkar | The size of this book is 4.0 MB | This Book has 82 Pages | The Download link of the book "Parshuram ki Prateeksha" is given above, you can downlaod Parshuram ki Prateeksha from the above link for free | Parshuram ki Prateeksha is posted under following categories Poetry |
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तीय का इतना जाग्रत देखकर परशुराम के मन मे यह भाव जगा कि इस कुण्ड के पवित्र जल को पथ्वी पर उतार देना चाहिए। अतएव, उन्होने पवत काट कर कुण्ड से एक धारा निकाली जिसका नाम ब्रह्मकुण्ड से निकलने के कारण ब्रह्मपुत्र हुआ। ब्रह्मकुण्ड का एक नाम लोहित कुण्ड भी मिलता है। एक जगह यह भी लिखा है कि ब्रह्मपुत्र की धारा परशुराम ने ब्रह्मकुण्ड से ही निकाली थी कि तु आगे चलकर वह धारा लोहित-कुण्ड नामक एक अय कुण्ड मे समा गयी।