पातंजल योग दर्शन | Patanjal Yog Darshan

पातंजल योग दर्शन | Patanjal Yog Darshan

पातंजल योग दर्शन | Patanjal Yog Darshan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : पातंजल योग दर्शन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Brahmlimuni Mah | Brahmlimuni Mah की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 16.32 MB है | पुस्तक में कुल 921 पृष्ठ हैं |नीचे पातंजल योग दर्शन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पातंजल योग दर्शन पुस्तक की श्रेणियां हैं : health

Name of the Book is : Patanjal Yog Darshan | This Book is written by Brahmlimuni Mah | To Read and Download More Books written by Brahmlimuni Mah in Hindi, Please Click : | The size of this book is 16.32 MB | This Book has 921 Pages | The Download link of the book "Patanjal Yog Darshan" is given above, you can downlaod Patanjal Yog Darshan from the above link for free | Patanjal Yog Darshan is posted under following categories health |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 16.32 MB
कुल पृष्ठ : 921

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

निश्चय तो कर लिया, परन्तु कार्य बहुत कठिन था । क्योंकि, मैं न तो लेखक हूं और न इतना बडा विद्वान् ही अतः योगदर्शन की सभी व्याख्याओं को पुनः स्वाध्याय करने लगा। अन्य व्याख्याकारों की अपेक्षा स्वामी श्रीबालरामजी की व्याख्याशैली मुझे वहुत पसन्द पड़ी। क्योंकि, उन्होंने जो कुछ लिखा है वह श्रीबाच| स्पतिमिश्रकृत ' योगतत्त्ववैशारदी' व्याख्या के अनुसार लिखा है। परन्तु जैसी योगसूत्र की पदशः व्याख्या उन्होंने की है, वैसी ही यदि भाष्य की भी की होती तो सम्भवतः मुझे इस पर लेखनी उठाने
की आवश्यकता नहीं पड़ती ।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *