प्रभु सुमिरन | Anup Jalota

प्रभु सुमिरन : अनूप जलोटा | Prabhu Sumiran : Anup Jalota

प्रभु सुमिरन : अनूप जलोटा | Prabhu Sumiran : Anup Jalota के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : प्रभु सुमिरन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Anoop Jalota | Anoop Jalota की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 3.3 MB है | पुस्तक में कुल 93 पृष्ठ हैं |नीचे प्रभु सुमिरन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रभु सुमिरन पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, hindu

Name of the Book is : Anup Jalota | This Book is written by Anoop Jalota | To Read and Download More Books written by Anoop Jalota in Hindi, Please Click : | The size of this book is 3.3 MB | This Book has 93 Pages | The Download link of the book "Anup Jalota" is given above, you can downlaod Anup Jalota from the above link for free | Anup Jalota is posted under following categories dharm, hindu |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 3.3 MB
कुल पृष्ठ : 93

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भज गोविन्दा जै गोपाला, भज मुरली मनोहर नन्दलाला।
भज गोविन्दा... मधुर मनोहर साँवरे श्री हरि नन्द किशोर नैना दरशन बावरे, दीजै चरणन ठौर-२ मन का वैरागी नाम का तेरे-२
नटवर दीनदयाला। भज गोविन्दा... नाम तेरा भव तारन हारा दुखभंजन सुखकारी जिसने ही हृदय में धारा उनकी विपदा टारी-२ हे हितकारी साजन मेरे २
कष्ट मिटाने वाला। भज गोविन्दासब घट अन्दर जोत तुम्हारी तू सब खेल खिलावे तेरा दर्शन श्याम मुरारी कोई बिरला पावे-२ जन्म-जन्म का साथी तू ही-२
तू जग का रखवाला। भज गोविन्दा...

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