श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान | Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan

श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान | Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan

श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान | Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan

श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान | Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Prabha Devi | Prabha Devi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4.5 MB है | पुस्तक में कुल 37 पृष्ठ हैं |नीचे श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्री बहुरूपगर्भ स्तोत्र का ध्यान पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge

Name of the Book is : Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan | This Book is written by Prabha Devi | To Read and Download More Books written by Prabha Devi in Hindi, Please Click : | The size of this book is 4.5 MB | This Book has 37 Pages | The Download link of the book "Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan" is given above, you can downlaod Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan from the above link for free | Shri Bahurupa Garbh Stotra Ka Dhyan is posted under following categories Knowledge |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 4.5 MB
कुल पृष्ठ : 37

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

कई वर्षों से गुरूदेव के कई भक्त शिष्य जन मुझे बहुरूपगर्भ का हिन्दी उल्था करने के लिये अनुनय विनय करते थे। मैं सुन कर बात टाल देती थी। गुरूदेव की आन्तरिक प्रेरणा से प्रेरित होकर इस वर्ष यह कार्य सफल हुआ। एक सप्ताह में ही न जाने कैसे इस दुरूह स्तोत्र का हिन्दी अनुवाद होकर आप भक्तों के सम्मुख प्रस्तुत हुआ है। बीजाक्षरों का अर्थ करना वर्जित है। इन के अतिरिक्त कई प्राचीन काल के पारिभाषिक शब्दों को भी अपने रुप में ही रखा गया है।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *