श्री पांडव पुराण | Shri Pandav Puran के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : श्री पांडव पुराण है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 33.01 MB है | पुस्तक में कुल 388 पृष्ठ हैं |नीचे श्री पांडव पुराण का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्री पांडव पुराण पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Shri Pandav Puran | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 33.01 MB | This Book has 388 Pages | The Download link of the book "Shri Pandav Puran" is given above, you can downlaod Shri Pandav Puran from the above link for free | Shri Pandav Puran is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
पांडव पुराण की एक सुन्दर रचना कविता में स्वनामधन्य कविवर श्री बुलाकीदासजी विरचित मौजूद है तथा उसका एक हिन्दी अनुवाद वीर सं० २४४६ में जैन साहित्य प्रसारक कार्यालय मुम्बई से प्रकाशित हुआ था। यह अनुवाद स्वर्गीय श्रीमान् पं० घनश्यामदासजी शास्त्री न्यायतीर्थ द्वारा हुआ था किंतु उसको समाप्त हुये आज करीब कई वर्ष हो गये । लोगों की मांग इस ग्रंथ के स्वाध्याय करने की अधिक पाई गई इसलिये हमारे प्रिय भाई नेमीचन्द बाकलीवाल मालिक जैन-ग्रंथ-कार्यालय ने हमसे इस ग्रंथको फिर से लिखने के लिये आग्रह किया ।