सोनिया की मुर्गियाँ : फीबी वहाल | Soniya Ki Murgiyan : Feebi Wahal के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : सोनिया की मुर्गियाँ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta | Arvind Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Arvind Gupta | इस पुस्तक का कुल साइज 3.6 MB है | पुस्तक में कुल 32 पृष्ठ हैं |नीचे सोनिया की मुर्गियाँ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सोनिया की मुर्गियाँ पुस्तक की श्रेणियां हैं : children
Name of the Book is : Soniya Ki Murgiyan | This Book is written by Arvind Gupta | To Read and Download More Books written by Arvind Gupta in Hindi, Please Click : Arvind Gupta | The size of this book is 3.6 MB | This Book has 32 Pages | The Download link of the book "Soniya Ki Murgiyan" is given above, you can downlaod Soniya Ki Murgiyan from the above link for free | Soniya Ki Murgiyan is posted under following categories children |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
"जो लोमड़ी तुम्हारी मुर्गी को लेकर गई वो हमारे खेत के पास वाले जंगल में रहती है," । सोनिया के पापा ने कहा, "लोमड़ी अपने बच्चों के लिए रोजाना खाना जुटाने के लिए बहुत मेहनत करती है. अक्सर वो बच्चों के लिए सिर्फ चूहे और छबूंदर ही ला पाती है. पर कभी-कभी उस अपने परिवार के लिए एक बड़े भोज की ज़रुरत पड़ती है. उसके लिए उसे बहुत प्रयास करना पड़ता है. उसे पता भी नहीं और कोई परवाह भी नहीं कि वो मुर्गी किसकी थी - हमारी या किसी और की. उसे बस यह एक मौका मिला अपने परिवार को खिलाने का. मुझे पता है कि तुम बहुत दुखी हो - पर क्या तुम चाहोगी कि लोमड़ी के बच्चे भूखे रहे?”
सोनिया ने इसके बारे में कुछ देर सोचा. "नहीं,” उसने कहा, "नहीं मुझे उनकी कोई फ़िक्र नहीं होगी."