स्वामी राम-जीवन कथा | Swami Ram Jeewan Katha के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : स्वामी राम-जीवन कथा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Sardar Pooran Singh | Sardar Pooran Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Sardar Pooran Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 50.4 MB है | पुस्तक में कुल 379 पृष्ठ हैं |नीचे स्वामी राम-जीवन कथा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | स्वामी राम-जीवन कथा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Spirituality -Adhyatm
Name of the Book is : Swami Ram Jeewan Katha | This Book is written by Sardar Pooran Singh | To Read and Download More Books written by Sardar Pooran Singh in Hindi, Please Click : Sardar Pooran Singh | The size of this book is 50.4 MB | This Book has 379 Pages | The Download link of the book "Swami Ram Jeewan Katha" is given above, you can downlaod Swami Ram Jeewan Katha from the above link for free | Swami Ram Jeewan Katha is posted under following categories Spirituality -Adhyatm |
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स्वामी राम जीवन-मुक्त थे। वे जन्मजात जिज्ञासु थे, वे जन्मजात कवि थे और थे अपने ही अनुभवों के जन्मजात प्रचारक । एक शब्द में वे इस वैज्ञानिक युग में, इस कलियुग में उपनिषद् कालीन ब्रह्मर्षि थे । उपनिषदों ने जिस सत्य, शाश्वत सत्य की उद्घोषणा की हैअहम् ब्रह्मास्मि तत्त्वमसि वे उसी अद्वय जानजन्य अपरोक्षानुभूति की जीती-जागती मूति थे। वह मूति तो नहीं रही, पर उनकी सजीव वाणी में आज भी उनकी प्रकाशपुंज आत्मा के दर्शन किये जा सकते हैं।