तांत्रिक की डायरी | Tantrik Ki Diary

तांत्रिक की डायरी : सुशील कुमार | Tantrik Ki Diary : Susheel Kumar के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : तांत्रिक की डायरी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Susheel Kumar | Susheel Kumar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Susheel Kumar | इस पुस्तक का कुल साइज 11.7 MB है | पुस्तक में कुल 179 पृष्ठ हैं |नीचे तांत्रिक की डायरी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | तांत्रिक की डायरी पुस्तक की श्रेणियां हैं : jyotish
Name of the Book is : Tantrik Ki Diary | This Book is written by Susheel Kumar | To Read and Download More Books written by Susheel Kumar in Hindi, Please Click : Susheel Kumar | The size of this book is 11.7 MB | This Book has 179 Pages | The Download link of the book "Tantrik Ki Diary" is given above, you can downlaod Tantrik Ki Diary from the above link for free | Tantrik Ki Diary is posted under following categories jyotish |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
मुरारी लातार शंझट में न उलझने के लिए कोंच रहे हैं। मैंने भी टालना चाहा मगर फिर रॉ का देश प्रहार, 'आपने उस दिन साथ इतने का वादा किया था। अब में साथ जाने से उठ Tङ्गा हुआ। पास ही एक
लोनी में वे भोग रहते थे। वो कभ | सरकारी आवास था। एक इधनिं-झमाइंग रूम में लगा हुआ रसोईघर वा और इस ओर लग-वायम् । इन लोग वैडम में वन-वे पर बैठ गये। सब कुछ सामान्य रहते हुए भी मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था। कोन सी प्रक्रिया अपनची य? न मेरे मन को मय रहा था। तार्किक दृष्टि में सब कुछ दाक होने पर भी मेरा मन बच ज्ञा मृत्यु का तुःख अनिद्रा का क्रारण नहीं स्वीकार कर पा रहा या । रश्नि के हाव-भाव से ही कोई व बेदना या | गहरा म नहीं प्रकट होता था। फिर निन्द्रा के कारण क्या था?