तीन साल सोने वाला लड़का : डायना | Teen Saal Sone Wala Ladka : Diana के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : तीन साल सोने वाला लड़का है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta | Arvind Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Arvind Gupta | इस पुस्तक का कुल साइज 1.6 MB है | पुस्तक में कुल 32 पृष्ठ हैं |नीचे तीन साल सोने वाला लड़का का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | तीन साल सोने वाला लड़का पुस्तक की श्रेणियां हैं : children
Name of the Book is : Teen Saal Sone Wala Ladka | This Book is written by Arvind Gupta | To Read and Download More Books written by Arvind Gupta in Hindi, Please Click : Arvind Gupta | The size of this book is 1.6 MB | This Book has 32 Pages | The Download link of the book "Teen Saal Sone Wala Ladka" is given above, you can downlaod Teen Saal Sone Wala Ladka from the above link for free | Teen Saal Sone Wala Ladka is posted under following categories children |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
महीने बीतने के साथ-साथ तारो और आलसी होता चला गया. माँ उसे परेशान करतीं, कभी एक कान में कभी दूसरे कान में.
मैंने सुना है कि उस व्यापारी को काम करने वाले एक लड़के की तलाश है," माँ ने तारो से कहा.
“उसे लड़के की क्यों ज़रुरत है?" तारो ने पूछा. “चावल के बोरे उठाने के लिए, और क्यों?” माँ ने कहा.
चावल के बोरे ढोना! तौबा-तौबा!” तारो हंसा, "मुझे उस पागल पर रहम आएगा जो यह नौकरी स्वीकार करेगा. उसकी पीठ भी उस बूढ़े व्यापारी जैसी ही झुक जाएगी.”
“तुम दिन भर घर में निठल्ले बैठे रहते हो, तुम कुछ काम क्यों नहीं करते?" माँ ने रोते हुए कहा. “घर की छत चलनी जैसी चू रही है, दीवारों का प्लास्टर गिर रहा है और चावल का बोरा एकदम खाली है. मुझे पता नहीं हम जिंदा कैसे रहेंगे. सच में मुझे नहीं पता!” | "माँ, मेरे दिमाग में एक योजना है. तुम उससे एकदम खुश हो जाओगी, माँ.”
“तुम कैसी बातें करते हो? तुम्हें नौकरी चाहिए, योजना नहीं!”
“तुम फ़िक्र मत करो, माँ, सिर्फ मेरे लिए एक काला किमोनो और हैट सिल दो, बिल्कुल वैसी जैसे पुजारी पहनते हैं."
तुम उनका क्या करोगे?” “वो मेरी योजना का हिस्सा है." तारो ने बस इतना ही कहा.