उर्दू की आखिरी किताब : इब्ने इंशा हिंदी पुस्तक | Urdu Ki Aakhiri Kitaab : Ibne Insha Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : उर्दू की आखिरी किताब है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ibne Insha | Ibne Insha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ibne Insha | इस पुस्तक का कुल साइज 20.9 MB है | पुस्तक में कुल 79 पृष्ठ हैं |नीचे उर्दू की आखिरी किताब का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उर्दू की आखिरी किताब पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy
Name of the Book is : Urdu Ki Aakhiri Kitaab | This Book is written by Ibne Insha | To Read and Download More Books written by Ibne Insha in Hindi, Please Click : Ibne Insha | The size of this book is 20.9 MB | This Book has 79 Pages | The Download link of the book "Urdu Ki Aakhiri Kitaab" is given above, you can downlaod Urdu Ki Aakhiri Kitaab from the above link for free | Urdu Ki Aakhiri Kitaab is posted under following categories comedy |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
उर्दू में तंज़निगारी (व्यंग्य) के जो बेहतरीन उदाहरण मौजूद हैं उनमें इने इंशा का अंदाज़ सबसे अलहदा
और प्रभाव में कहीं ज्यादा गहरा, कहीं ज्यादा तीक्ष्ण है। इसका कारण है उनकी यथार्थपरकता, उनकी स्वाभाविकता
और उनकी बेतकल्लुफी। उर्दू की आखिरी किताब उनकी इन सारी खूबियों का मुज़स्सिम नमूना है।... यह किताब पाठ्य-पुस्तक शैली में लिखी गई है और इसमें भूगोल, इतिहास, व्याकरण, गणित, विज्ञान आदि विभिन्न विषयों पर व्यंग्यात्मक पाठ तथा प्रश्नावलियाँ दी गई हैं। इस ‘आखिरी किताब' जुम्ले में भी व्यंग्य है कि छात्रों को जिससे विद्यारम्भ कराया जाता है वह प्रायः ‘पहली किताब' होती है और यह ‘आखिरी किताब है। इंशाजी का व्यंग्य यहीं से शुरू होता है और शद-ब-शब्द तीव्र होता चला जाता है। इंशाजी के व्यंग्य में यहाँ जिन चीजों को लेकर चिढ़ दिखाई पड़ती है, वे छोटी-मोटी चीजें नहीं हैं।