हंस कलाधर | Hans Kalaadhar

हंस कलाधर | Hans Kalaadhar

हंस कलाधर | Hans Kalaadhar के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : हंस कलाधर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shambhu Narayan Singh | Shambhu Narayan Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 13.6 MB है | पुस्तक में कुल 358 पृष्ठ हैं |नीचे हंस कलाधर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | हंस कलाधर पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy

Name of the Book is : Hans Kalaadhar | This Book is written by Shambhu Narayan Singh | To Read and Download More Books written by Shambhu Narayan Singh in Hindi, Please Click : | The size of this book is 13.6 MB | This Book has 358 Pages | The Download link of the book " Hans Kalaadhar " is given above, you can downlaod Hans Kalaadhar from the above link for free | Hans Kalaadhar is posted under following categories comedy |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 13.6 MB
कुल पृष्ठ : 358

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

इस महाकाव्य को यदि हम चाहें तो अन्तिम सग के आधार पर शान्तरमपर्यवसायी श्रृगार-काव्य कह सकते है। इस महाकाव्य की प्रथम विशेषता है कि प्राचीन संस्कृत-काव्यों के समान सर्ग बद्ध है, परन्तु अभिब्यक्तियाँ और प्रकृति-चित्रण, भावाभिव्यक्ति-वर्णन, ल६ पार्थव्यग्यार्थ-प्रयोग एवं अभिव्य जन शैली सर्वथा आधुनिक और बहुत अंशों में स्वच्छन्दतावादी है। कथावस्तु यद्यपि बहुत सीमित है। तथापि उसके घटक तत्वों में नवीनता है। प्रथम दो सर्ग कवि की नवीन कल्पना से मंडित हैं।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.