विमलप्रभा भाग -३ | Vimalprabha Part -3 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : विमलप्रभा भाग -३ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 95.2 MB है | पुस्तक में कुल 250 पृष्ठ हैं |नीचे विमलप्रभा भाग -३ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | विमलप्रभा भाग -३ पुस्तक की श्रेणियां हैं : manovigyan
Name of the Book is : Vimalprabha Part -3 | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 95.2 MB | This Book has 250 Pages | The Download link of the book " Vimalprabha Part -3" is given above, you can downlaod Vimalprabha Part -3 from the above link for free | Vimalprabha Part -3 is posted under following categories manovigyan |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान, सारनाथ, वाराणसी के द्वारा प्रकाशित हो रही कालचक्रतन्त्र को विमलप्रभा टीका के तृतीय और अन्तिम भाग को बौद्ध तन्त्रों के अनुराग विद्वानों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है। इसके प्रथम भाग ( प्रथम-द्वितीय पटल ) का समालोचनात्मक सम्पादन स्वर्गीय प्रो० जगन्नाथ उपाध्याय जो ने किया था और उसका प्रकाशन सन् १९८६ में हो चुका था। प्रो० उपाध्याय जी के द्वारा स्वीकृत पद्धति से पं० व्रजवल्लभ द्विवेदी, पं० जनार्दन शास्त्री पाण्डेय आदि द्वारा सम्पादित इसके द्वितीय भाग ( तृतीयचतुर्थ पटल ) का प्रकाशन सन् १९९४ में हुआ। अब इस तृतीय भाग में पंचम पटल को और पूरे ग्रन्थ के तीन परिशिष्टों को प्रकाशित किया जा रहा है।