विविध आयाम हिंदी उपन्यास | Vividh Ayaam Hindi Novel के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : है | इस पुस्तक के लेखक हैं : | की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 14.22 MB है | पुस्तक में कुल 364 पृष्ठ हैं |नीचे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
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पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
ऋण निर्देश प्रस्तुत कार्य में हमें सबसे वड़ा प्रोत्साहन पुस्तक संस्थान के प्रबन्चक श्री महेश श्रिपाठी जी का मिला है । उनके सतत भाग्रह से ही यह कार्य हो सका है । उनके द्वारा निर्धारित समय में हम यह कार्य पूर्ण नहीं कर सके हू--इसका हमें जरूर खेद है । परन्तु हमारे आलस्य के बावजूद मी उन्होंने इसे ीघ्र प्रकाशित किया है इसके लिए हम उनके अत्यंत ऋणी हैं । इस पुस्तक को पूर्ण करने में कई महानु मावों का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग हमें मिला है । इसमें सबसे महत्त्वपूर्ण सहयोग श्री पंढडरीनाथ सरदेशमुख का है । इस पुस्तक के एक वहुत वड़े बंध की पांडुलिपि उन्होंने वड़ी छगन से तैयार की है इसके लिए हम उनके अत्यधिक वामारी हैं । थी सुर्य कान्त विश्वनाथ तथा श्री कमलाकर रणदिवे-इन दो विद्यार्थी-मित्रों ने भी पांडुलिपि तैयार करने में काफी सहयोग दिया है। कुमार स्वामी महाविद्यालय भौसा-जि० उस्मानाबाद महाराष्ट्र के हिन्दी प्राध्यापक श्री काशिनाथ राजे को इस पुस्तक के सिलसिले में काफी परेशानी उठानी पड़ी । यह परेशानी कमी भाधिक थी कभी प्रवास की थी मोर कमी संदेशवाहुक की । ये सारी परेशानी उन्होंने आनन्द से स्वीकार की । उनका भाभार मानना माघ ओपचारिकता ही होगी । मित्रचर्य श्री चन्द्रकास्त पुरोहित का सहयोग भी हमें मिला है। उनके प्रति भी बामार । पुस्तक संस्थान कानपुर के कर्मचारियों तथा अन्य उन सभी मिधों के प्रति जिनका सहयोग हमें समय-समय पर मिलता रहा है-- हार्दिक बाभार ।