वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था | Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha

वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था | Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha

एंड्रू कार्नेगी अमीरका के बड़े पूंजीपति थे. उन्होंने अमरीका में बड़े-बड़े स्टील बनाने के कारखाने लगाए. पर बचपन उनका गरीबी में बीता था. वो कभी किताबें खरीद कर नहीं पढ़ पाए थे. इसलिए उन्होंने अपनी पूँजी को दिल खोलकर दान दिया और अपने जीवन काल में 2500 से अधिक लाइब्रेरी स्थापित कीं. बेहद रोचक और प्रेरक़ कहानी।
वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था | Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha

वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था | Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Andrew Larson | Andrew Larson की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 7 MB है | पुस्तक में कुल 34 पृष्ठ हैं |नीचे वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वो आदमी जिसे लाइब्रेरी से प्यार था पुस्तक की श्रेणियां हैं : children, Biography

Name of the Book is : Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha | This Book is written by Andrew Larson | To Read and Download More Books written by Andrew Larson in Hindi, Please Click : | The size of this book is 7 MB | This Book has 34 Pages | The Download link of the book "Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha " is given above, you can downlaod Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha from the above link for free | Vo Aadmi Jise Library Se Pyar Tha is posted under following categories children, Biography |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 7 MB
कुल पृष्ठ : 34

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

एंड्रू कार्नेगी अमीरका के बड़े पूंजीपति थे. उन्होंने अमरीका में बड़े-बड़े स्टील बनाने के कारखाने लगाए. पर बचपन उनका गरीबी में बीता था. वो कभी किताबें खरीद कर नहीं पढ़ पाए थे. इसलिए उन्होंने अपनी पूँजी को दिल खोलकर दान दिया और अपने जीवन काल में 2500 से अधिक लाइब्रेरी स्थापित कीं. बेहद रोचक और प्रेरक़ कहानी।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *