प्रतिमा – विज्ञान | Pratima Vigyan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्रतिमा - विज्ञान है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dvijendranath Shukla | Dvijendranath Shukla की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Dvijendranath Shukla | इस पुस्तक का कुल साइज 28.11 MB है | पुस्तक में कुल 345 पृष्ठ हैं |नीचे प्रतिमा - विज्ञान का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रतिमा - विज्ञान पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, science
Name of the Book is : Pratima Vigyan | This Book is written by Dvijendranath Shukla | To Read and Download More Books written by Dvijendranath Shukla in Hindi, Please Click : Dvijendranath Shukla | The size of this book is 28.11 MB | This Book has 345 Pages | The Download link of the book "Pratima Vigyan" is given above, you can downlaod Pratima Vigyan from the above link for free | Pratima Vigyan is posted under following categories Knowledge, science |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
प्रथम में ब्रह्मचारी के लिये देव-पूजा एक अनिवार्य कर्म के रूप में उपदिष्ट है । द्वितीय में प्रसिद्ध प्रसिद्ध पूज्य सभी गृह-देवताओं का संकीर्तन है। तृतीय में प्रतिमा का छायोल्लंघन का वर्जन वताया गया है। चतुर्थ में मागस्थ देवतायतन की प्रदक्षिणा का आदेश है। पंचम में पर्व में देवतायतनों में जाकर अपनी रक्षा-अभ्यर्थना पर संकेत है। पत्र में मुकदमा में भूमि-विजय पर देवतार्चन अनिवार्य है। सप्तम में मुकदमें में देव-प्रतिमा के साक्ष्य में कसम खाने की प्रथा पर निर्देश है । अष्टम में दो भूमि-प्रदेशों की सीमाविभाजन में देवतायतन' की प्रयोग परम्परा पर संकेत है।