भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष | Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh

भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष | Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh

भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष | Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh

भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष | Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष है | इस पुस्तक के लेखक हैं : C. Y. Chintamani | C. Y. Chintamani की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 15 MB है | पुस्तक में कुल 235 पृष्ठ हैं |नीचे भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भारतीय राजनीति के अस्सी वर्ष पुस्तक की श्रेणियां हैं : politics, history

Name of the Book is : Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh | This Book is written by C. Y. Chintamani | To Read and Download More Books written by C. Y. Chintamani in Hindi, Please Click : | The size of this book is 15 MB | This Book has 235 Pages | The Download link of the book "Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh" is given above, you can downlaod Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh from the above link for free | Bhartiya Rajneeti Ke Assi Varsh is posted under following categories politics, history |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 15 MB
कुल पृष्ठ : 235

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जिस समय से हमारी कथा का प्रारंभ होता है, उस समय जिस प्रकार के सार्वजनिक जीवन से हम आज परिचित हैं, उस का अस्तित्व भी नहीं था। सन् 1857 के ग़दर ने चारों ओर उथल-पुथल और गड़बड़ी पैदा कर दी थी और उस के दमन के साथ ही ईस्ट इंडिओ कंपनी का भी अंत कर दिया गया, और सम्राज्ञी विक्टोरिया ने भारत का शासन स्वयं अपने हाथ में ले लिया, यानी वह ब्रिटिश सरकार के हाथ में आ गया। कंपनी के समय में उस के भारतीय शासन पर नियंत्रण रखने के लिए जो सरकारी बोर्ड था, उस का खातमा हो गया और उस के स्थान पर भारत-मंत्री तथा उन के परिषद की स्थापना हुई । उक्त अवसर पर महारानी विक्टोरिया ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की थी, जो भारतीय अधिकारों की दृष्टि से ऐतिहासिक कही जा सकती है।

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