मृत्युलोक की झाँकी | Mrityu Lok Ki Jhanki के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मृत्युलोक की झाँकी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Thakur Datta Mishra | Thakur Datta Mishra की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Thakur Datta Mishra | इस पुस्तक का कुल साइज 33.5 MB है | पुस्तक में कुल 170 पृष्ठ हैं |नीचे मृत्युलोक की झाँकी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मृत्युलोक की झाँकी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Mrityu Lok Ki Jhanki | This Book is written by Thakur Datta Mishra | To Read and Download More Books written by Thakur Datta Mishra in Hindi, Please Click : Thakur Datta Mishra | The size of this book is 33.5 MB | This Book has 170 Pages | The Download link of the book "Mrityu Lok Ki Jhanki " is given above, you can downlaod Mrityu Lok Ki Jhanki from the above link for free | Mrityu Lok Ki Jhanki is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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घाट पर बैठे-बैठे ब्रह्मा हुस-हुस करके कौवे उड़ा रहे थे और जो मछलियाँ मरकर जल में बहती हुई दिखाई पड़तीं उन्हें उठा-उठाकर वे एक स्थान पर रख रहे थे। परन्तु फिर भी चील, बगुले या अन्य शिकारी पक्षी उन मछलियों पर टूटे बिना नहीं रह सकते थे। अन्त में दिन ढलने के समय एक और वृद्ध के साथ अपने मानस-सरोवर के बग़ीचे में टहल रहे थे। उनके शरीर पर कलकत्ते से वरुण की लाई हुई धोती थी और पैरों में वहीं के जूते थे। हाथ में उनके बेंत की छड़ी थी। ठीक उसी समय इन्द्र और वरुण ने जाकर पितामह को साष्टाङ्ग प्रणाम किया।