कला के सरोकार | Kala Ke Sarokar के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : कला के सरोकार है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ramanand Rathi | Ramanand Rathi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ramanand Rathi | इस पुस्तक का कुल साइज 2.6 MB है | पुस्तक में कुल 152 पृष्ठ हैं |नीचे कला के सरोकार का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कला के सरोकार पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Kala Ke Sarokar | This Book is written by Ramanand Rathi | To Read and Download More Books written by Ramanand Rathi in Hindi, Please Click : Ramanand Rathi | The size of this book is 2.6 MB | This Book has 152 Pages | The Download link of the book "Kala Ke Sarokar " is given above, you can downlaod Kala Ke Sarokar from the above link for free | Kala Ke Sarokar is posted under following categories literature |
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जीने के लिए पल-पल जद्दोजहद करते, हांफते टूटते इस गरीब का खयाल ही इस संकलन में सर्वोपरि रहा है, जिसे कमलेश्वर अपने लेख में मामूली अदिमी" कहते है । इस आदमी का बहुसंख्य गांवों में बसा है जहाँ की कला परम्पराएँ आज की दारुण स्थितियों में पड़ कर संदर्भरहित और बेमानी हो गई है। जड़े छीलकर खाने को बाध्य, मूख-प्यास से अकुलाते लोगों के बीच लोक कला की बात करना अश्लील ही लगता है।