वक्तृत्व कला भाग 6 | Vaktritav Kala Part 6 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : वक्तृत्व कला भाग 6 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 06.1 MB है | पुस्तक में कुल 348 पृष्ठ हैं |नीचे वक्तृत्व कला भाग 6 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वक्तृत्व कला भाग 6 पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Vaktritav Kala Part 6 | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 06.1 MB | This Book has 348 Pages | The Download link of the book "Vaktritav Kala Part 6 " is given above, you can downlaod Vaktritav Kala Part 6 from the above link for free | Vaktritav Kala Part 6 is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
बोलना वाचा का एक गुण है, किंतु बोलना एक अलग चीज वक्ता होना यस्तुत एक अलग चीज है । बोलने को हर कोई बोला वह कोई कला नहीं है, किंतु वक्तृत्व एक कला है । बगता साधारण को भी कितने सुन्दर औमर नोहारी रूप से प्रस्तुत करता है कि श्रोता हो जाते हैं । वक्ता के बोल श्रोता के हृदय में ऐसे उतर जाते हैं |