विज्ञान के उपहार | Vigyan Ke Uphar के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : विज्ञान के उपहार है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Mir Najabat Ali | Mir Najabat Ali की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Mir Najabat Ali | इस पुस्तक का कुल साइज 1.2 MB है | पुस्तक में कुल 22 पृष्ठ हैं |नीचे विज्ञान के उपहार का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | विज्ञान के उपहार पुस्तक की श्रेणियां हैं : science
Name of the Book is : Vigyan Ke Uphar | This Book is written by Mir Najabat Ali | To Read and Download More Books written by Mir Najabat Ali in Hindi, Please Click : Mir Najabat Ali | The size of this book is 1.2 MB | This Book has 22 Pages | The Download link of the book "Vigyan Ke Uphar" is given above, you can downlaod Vigyan Ke Uphar from the above link for free | Vigyan Ke Uphar is posted under following categories science |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
पहिया बड़े काम की चीज है । बैलगाड़ी, साइकिल, मोटर, रेलगाड़ी सभी पहियों से चलते हैं। पहिये की खोज से हमें बहुत लाभ हुआ है
पुराने जमाने में पहिया नहीं बना था। तब सामान लाने ले जाने में बहुत परेशानी होती थी। उस जमाने में जानवर सामान ढोते थे । आज भी हम सामान ढोने के लिए जानवरों का उपयोग करते हैं। पहिये की खोज करीब पांच हजार साल पहले हुई ।