मोंटेसरी-पध्दति | Montesari – Padhdati

मोंटेसरी-पध्दति | Montesari – Padhdati

मोंटेसरी-पध्दति | Montesari – Padhdati के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मोंटेसरी-पध्दति है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gijubhai Badheka | Gijubhai Badheka की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 82 पृष्ठ हैं |नीचे मोंटेसरी-पध्दति का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मोंटेसरी-पध्दति पुस्तक की श्रेणियां हैं : children

Name of the Book is : Montesari – Padhdati | This Book is written by Gijubhai Badheka | To Read and Download More Books written by Gijubhai Badheka in Hindi, Please Click : | The size of this book is 3 MB | This Book has 82 Pages | The Download link of the book "Montesari – Padhdati " is given above, you can downlaod Montesari – Padhdati from the above link for free | Montesari – Padhdati is posted under following categories children |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 3 MB
कुल पृष्ठ : 82

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जब बालक अपनी उंगली के संकेत से सही पदार्थ बताने लग जाए तब समझना चाहिए कि बालक के मन में शब्द तथा पदार्थ के मध्य संबंध स्थापित हो चुका है। लेकिन यदि बालक बता न सके तो शिक्षक को भूल सुधार करने की जरूरत नहीं है। उस वक्त तो उसे वह पाठ पढ़ाने का काम किसी और अनुकूल दिन के लिए स्थगित ही कर देना चाहिए। भूल सुधरवाने का कोई अर्थ ही नहीं है।

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