सुत्तनिपात | Suttnipat के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : सुत्तनिपात है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Bhikshu Dharmrakshit | Bhikshu Dharmrakshit की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Bhikshu Dharmrakshit | इस पुस्तक का कुल साइज 67.3 MB है | पुस्तक में कुल 350 पृष्ठ हैं |नीचे सुत्तनिपात का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सुत्तनिपात पुस्तक की श्रेणियां हैं : Uncategorized
Name of the Book is : Suttnipat | This Book is written by Bhikshu Dharmrakshit | To Read and Download More Books written by Bhikshu Dharmrakshit in Hindi, Please Click : Bhikshu Dharmrakshit | The size of this book is 67.3 MB | This Book has 350 Pages | The Download link of the book "Suttnipat" is given above, you can downlaod Suttnipat from the above link for free | Suttnipat is posted under following categories Uncategorized |
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भगवान बुद्ध ने बुद्धत्व-प्राप्ति (ई० पूर्व ५९९) से लेकर महापरिनिर्वाण-पर्यन्त (ई० पूर्व ५४३) तक जो कुछ उपदेश दिया, सब मौलिख ही। उन्होंने किसी ग्रन्थ का न तो प्रणयन किया और न ग्रन्थ रूप में किसी उपदेश विशेष को दिया। उन्होंने समय-समय पर जो कुछ उपदेश दिया, उसे उनके शिष्य कंठाग्र करते आये