सरल राजस्व : दयाशंकर दुबे | Saral Rajaswa : Dayashankar Dubey के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : सरल राजस्व है | इस पुस्तक के लेखक हैं : | की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 2 MB है | पुस्तक में कुल 161 पृष्ठ हैं |नीचे सरल राजस्व का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सरल राजस्व पुस्तक की श्रेणियां हैं : india, Knowledge
Name of the Book is : Saral Rajaswa | This Book is written by | To Read and Download More Books written by in Hindi, Please Click : | The size of this book is 2 MB | This Book has 161 Pages | The Download link of the book "Saral Rajaswa" is given above, you can downlaod Saral Rajaswa from the above link for free | Saral Rajaswa is posted under following categories india, Knowledge |
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जो जीयन को रस, सपन और प्रिय बनाने में राय से अधिक सहायक है। में आया करता है कि इस पुस्तक को पढ़ जाने के अनदार पाठक मेरे इस मत से पूर्णतया सहमत होंगे।
में उन व्यकियों में से हैं जो यह विश्वास करते हैं कि अर्थशास्त्र इतना सरल विचग है कि उसका ज्ञान माधारण जनता से लेकर प्रारम्भिक कक्षाओं तक के विद्यार्थियों को आसानी से कराया जा सकता है । इसी उद्देश्य से मैंने दाल रोटरों में कुछ पाठ अर्थशास्त्र-सम्बन्धी विषय पर दिथे । ये राइ गुळपात की सरकार द्वारा स्वीकृत हुई और इपिग प्रेस द्वारा प्रकाशित की गई । इनका प्रचार पाँच वर्षों तक गुपात में हुआ । मुझे यह सूचित करते इर्ष होता है कि अर्थशास्त्र-सम्बन्धी पाढ़ी को प्रारम्भिक पाठशाला) के अभ्यापों और विद्यार्थियों ने बहुत पसंद किया। इस साल से प्रताड़ित होकर मैंने एक ऐसी पुस्तक लिखने का विचार किया, जिसमें अर्थशास्त्र-सम्पन्शी प्रायः सब बातें कहानी या सवाद के रूप में इस प्रकार हो । य क साधारण २नता उसे आसानी से समझ सके और उसकी रुचि भी इस शारत्न के पढने के सम्बन्ध में पैदा हो ।