आज अभी | Aaj Abhi के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : आज अभी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 1.6 MB है | पुस्तक में कुल 207 पृष्ठ हैं |नीचे आज अभी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आज अभी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Comic
Name of the Book is : Aaj Abhi | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 1.6 MB | This Book has 207 Pages | The Download link of the book "Aaj Abhi " is given above, you can downlaod Aaj Abhi from the above link for free | Aaj Abhi is posted under following categories Comic |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
नदन : भूलो मत दीपा,-ज़िन्दगी एक बड़ी अमानन है ... दीपा : पुराने-चुराने घिसे हुए जर्जर कोट की तरह तुमने क्या तो उसे बचाकर, सहेजकर, फिनाइल की गोलियो में अच्छी तरह लपेटकर ! नदन : मेरा कोट मेरे साय चला जाएगा दीपा ... उमड़ी फिर मत करो... जब तक मुझे इसमें गर्मी मिलती है... दीपा : तुम भी जानते हों नंदन कि उसमें अब गर्मी नहीं रही.मिर्फ एक आदत की बात है... ठिठुरने नहीं आती मगरकोट हिलगा हुआ है ! नदन : अपनी ठिठुरन का हाल मैं बेहतर जानता है दीपा ….मन मा खेल है ... मेरे पाम भी अपनी अंगोटी है ... दीपा ; सय के पास अपनी अलग अंगीटी है मदन ... और ममता फिर जवान है...