अध्यात्मिक ज्ञान सागर | Adhyatmik Gyan Sagar

अध्यात्मिक ज्ञान सागर | Adhyatmik Gyan Sagar

अध्यात्मिक ज्ञान सागर | Adhyatmik Gyan Sagar के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अध्यात्मिक ज्ञान सागर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Noranglal | Noranglal की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 8.97 MB है | पुस्तक में कुल 295 पृष्ठ हैं |नीचे अध्यात्मिक ज्ञान सागर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अध्यात्मिक ज्ञान सागर पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Knowledge

Name of the Book is : Adhyatmik Gyan Sagar | This Book is written by Noranglal | To Read and Download More Books written by Noranglal in Hindi, Please Click : | The size of this book is 8.97 MB | This Book has 295 Pages | The Download link of the book "Adhyatmik Gyan Sagar" is given above, you can downlaod Adhyatmik Gyan Sagar from the above link for free | Adhyatmik Gyan Sagar is posted under following categories dharm, Knowledge |


पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 8.97 MB
कुल पृष्ठ : 295

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मुझे एक गरीब कुल माली श्री चेनीलाल पिता व माता श्री संज्या देवीजी के उदर से जन्म मिला है। मुझे नोरंगलाल कहते हैं, ग्राम नया खेड़ा निवास स्थान है । और जब मुझे होश हुआ तब मुझे सतसंग व धार्मिक ग्रन्थ पढ़ने को मेरे दिल में कोतु हल उठा । एक समय मुझे ईश्वर कृपा से ईश्वरीय रूप स्वामी श्री बालारामजी की शरण पर बड़ा आनन्द प्राप्त हुआ और कई ज्ञानों के उपदेश प्राप्त हुए । अतः आपकी कृपा के फल स्वरूप में ईश्वर गुरू की कृपा से कुछ सूक्ष्म विचार अपने इस पुस्तक में सजाती हूं इन विचारों में यदि गलती हो तो कृपा कर पाठक गण क्षमा करें। जिस प्रकार की गुलाब का पेड़ फूलों को कांटों से बचा कर रखता है और फूलों की शोभा रखता है । अभी हाल में फूल की मती नहीं हूँ एक काप ही हूं पर विचारों को फूलों की माँती पेश करता हूँ ।

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