भागो नहीं भाग्य को बदलो : स्वेट मार्डेन प्रेरणादायक पुस्तक | Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo : Swett Marden Orion Book In Hindi PDF |

भागो नहीं भाग्य को बदलो : स्वेट मार्डेन प्रेरणादायक पुस्तक | Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo : Swett Marden Orion Book In Hindi PDF |

भागो नहीं भाग्य को बदलो : स्वेट मार्डेन प्रेरणादायक पुस्तक | Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo : Swett Marden Orion Book In Hindi PDF | के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भागो नहीं भाग्य को बदलो है | इस पुस्तक के लेखक हैं : swett, swett marden | swett, swett marden की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : , | इस पुस्तक का कुल साइज 46.06 MB है | पुस्तक में कुल 159 पृष्ठ हैं |नीचे भागो नहीं भाग्य को बदलो का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भागो नहीं भाग्य को बदलो पुस्तक की श्रेणियां हैं : Uncategorized, inspirational, suggested

Name of the Book is : Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo | This Book is written by swett, swett marden | To Read and Download More Books written by swett, swett marden in Hindi, Please Click : , | The size of this book is 46.06 MB | This Book has 159 Pages | The Download link of the book "Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo" is given above, you can downlaod Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo from the above link for free | Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo is posted under following categories Uncategorized, inspirational, suggested |

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पुस्तक का साइज : 46.06 MB
कुल पृष्ठ : 159

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आपकी बाणी का ही नहीं आपके विचारों का. भी आपके आकार-प्रकार पर प्रभाव . पड़ता है। आपको अपने सम्बन्ध में कुछ अधिक कहने की आवश्यकता नहीं लोग स्वयं आपका मूल्यांकन कर लेते हैं। आप यह कहकर अपनी .प्रशंसा अपने मुख से न करें कि आप जो कुछ कहते हैं लोग आपको उसी के समान समझते हैं। वरन्‌ संत्य तो यह है कि आपका परिचय तो आपकी हरकतों आपकी शक्‍्ल-सूरत और इशारों आदि से अधिक मिलता है। आप कुछ भी बोलें परन्तु लोगों के मन पर आपके प्रति दैसी ही छाप . पड़ेगी जैसे विचार आपके मन में होंगे। आप अपनी वाणी द्वारा भी उस प्रभाव को बदल नहीं सकते। लोग आपके विरों से आपके गुणों या अवगु्णों का पता लगा लेते हैं। विचारों से उन्हें पता चलता है. कि आप शक्तिशाली हैं या दुर्बल आप उदार हैं या संकीर्ण विचारों वाले तथा आपमें मलिनता है या निर्मलता। आपकी मुखाकृति से आपके आदर्शों के गुणावगुण . पर पूरा पता चल जाता है।. वास्तव में किसी व्यक्ति का चेहरा देखकर दूसरों के मन पर जो छाप पड़ती है उसे वाणी द्वारा बदलना प्राय काफ़ी कठिन होता है। इमर्सन एक स्थान पर कहते हैं-आपको इतने जोर से बोलने की क्या आवश्यकता है? आप जो कुछ बोल रहे हैं मैं उसे सुन नहीं सकता क्योंकि मैं तो आपके आकार-प्रकार से उत्पन्न होने वाले वातावरण में भागीदार बन चुका हूं अर्थात मैं उसी के द्वारा आपको समझ रहा हूं। दूसरों का मुख देखकर आप पर भी कुछ-न-कुछ प्रथाव पड़ता होगा। बस आप उसी से अनुमान लगा सकते हैं कि आपकी किस प्रकार की मुखाकृति से दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ता होगा वे क्या सोचते होंगे। आप चाहे व्यक्त न करें परन्तु आप अपने मित्रों के बारे में जानते हैं कि वे आपके . सम्बन्ध में क्या विचार रखते हैं । आपके प्रति वे दयालु हैं या कठोर। आप चाहे कैसी भी भूल कर बैठें उनके मन में आपके प्रति जो क्षमा भावना है वह कम न होगी। आपकी अन्तः्वेतना में उनके अन्तःकरण की झलक दिखाई देती रहती है। कोई मनुष्य अपनी बातों द्वारा आपके प्रति कितनी ही प्रसन्नता मेलजोल की भावना या उदारता दिखाए परन्तु यदि उसके मन में आपके प्रति विरोध जलन या नीचतापूर्ण विचार है तो आपका मन उसके अन्दर की वास्तविकता का पता लगा ही लेगा कि सच्चाई . क्या है भले ही वह सदुभावना का कितना ही दिखावा करे। उसके मन-में जो विचार . हैं वे उसके मुखौटे यानी उसकी बनावटी शक्ल-सूरत को व्यर्थ बना. देंगे। वह आपको धोखा दे रहा है या बेवकूफ बनाने का येत्न कर रहा है आपको इस वास्तविकता का पता लग॑ ही जाएगा। ...... क यदि अपने मन में ख के प्रत बुरे विचार रखकर उसे अपनी बातों या चेष्टाओं . द्वारा प्रभावित करने का यत्न करे तो यह क की भूल होगी । क भले ही यह सोचता रहे कि वह अपनी हरकतों में सफल हो रहा है परन्तु ख पर उसके ढोंग-का कोई प्रभाव न होगा। 6 3 भागों नहीं भाग्य को बदलो

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