भागवतरत्न प्रह्लाद | Bhagvat Ratna Prahlad के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : भागवतरत्न प्रह्लाद है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Dwarkaprasad Sharma | Shri Dwarkaprasad Sharma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Dwarkaprasad Sharma | इस पुस्तक का कुल साइज 81.2 MB है | पुस्तक में कुल 360 पृष्ठ हैं |नीचे भागवतरत्न प्रह्लाद का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भागवतरत्न प्रह्लाद पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, dharm
Name of the Book is : Bhagvat Ratna Prahlad | This Book is written by Shri Dwarkaprasad Sharma | To Read and Download More Books written by Shri Dwarkaprasad Sharma in Hindi, Please Click : Shri Dwarkaprasad Sharma | The size of this book is 81.2 MB | This Book has 360 Pages | The Download link of the book "Bhagvat Ratna Prahlad" is given above, you can downlaod Bhagvat Ratna Prahlad from the above link for free | Bhagvat Ratna Prahlad is posted under following categories history, dharm |
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दोनों पराक्रमी योद्धा थे और समकालीन थे । वर्तमान वैवस्वत मनु के चौबीसवें त्रेता में भगवान् श्रीरामचन्द्रजी का अवतार हुआ था। । अतएव श्रीमद्वाल्मीकि रामायण के मतानुसार यह सिद्ध होता है कि, हमारे चरित्रनायक का आविर्भाव वर्तमान मनु के चौबीसवें सत्ययुग से पीछे नहीं हुआ । श्रीमद्भागवत सप्तम स्कन्ध के दशवें अध्याय के ग्यारहवें श्लोक से पता चलता है कि, भगवान् नृसिंह ने दैत्यर्षि प्रह्लाद को जो वर दिया था, उसके अनुसार उन्होंने तत्कालीन मनु के समय पर्यन्त राजभोग किया था |