भगवान आज ही मिल सकते हैं हिंदी पुस्तक मुफ्त पीडीऍफ़ डाउनलोड | Bhagwan Aaj hi Mil Sakte Hain Hindi Book Free PDF Download

भगवान आज ही मिल सकते हैं : स्वामी रामसुख दासजी | Bhagwan Aaj hi Mil Sakte Hain :Swami Ramsukh Das Ji

भगवान आज ही मिल सकते हैं : स्वामी रामसुख दासजी  | Bhagwan Aaj hi Mil Sakte Hain :Swami Ramsukh Das Ji

भगवान आज ही मिल सकते हैं : स्वामी रामसुख दासजी | Bhagwan Aaj hi Mil Sakte Hain :Swami Ramsukh Das Ji के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भगवान आज ही मिल सकते हैं है | इस पुस्तक के लेखक हैं : स्वामी रामसुख दासजी | स्वामी रामसुख दासजी की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.8 MB है | पुस्तक में कुल 16 पृष्ठ हैं |नीचे भगवान आज ही मिल सकते हैं का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भगवान आज ही मिल सकते हैं पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, hindu

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पुस्तक का साइज : 1.8 MB
कुल पृष्ठ : 16

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यह बात होती कि भगवान् मेरेको अवश्य मिलेंगे, उनको मिलना ही पड़ेगा तो वे जरूर मिलते। भगवान् ऐसे कैसे जल्दी मिलेंगे-ऐसा | भाव करके तुमने ही बाधा लगायी है।
अगर आप विचार कर लें कि भगवान् आज मिलेंगे तो वे आज ही मिल जायँगे! परन्तु मनमें
यह छाया नहीं आनी चाहिये कि इतनी जल्दी | कैसे मिलेंगे। भगवान् आपके कमसे अटकते
नहीं। अगर आपके दुष्कर्मसे, पापकर्मसे | भगवान् अटक जायें तो वे मिलकर भी क्या निहाल करेंगे? परन्तु भगवान् किसी कर्मसे अटकते नहीं। ऐसी कोई शक्ति है ही नहीं, जो भगवान्को मिलने से रोक दे। वे न तो पापकर्मोंसे अटकते हैं, न पुण्यकर्मोसे अटकते हैं। | वे सबके लिये सुलभ हैं। अगर भगवान् हमारे

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