भागवत दर्शन | Bhagwat Darshan

भागवत दर्शन | Bhagwat Darshan

भागवत दर्शन | Bhagwat Darshan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भागवत दर्शन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Harbash Lal Sharma | Harbash Lal Sharma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 46.0 MB है | पुस्तक में कुल 430 पृष्ठ हैं |नीचे भागवत दर्शन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भागवत दर्शन पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Knowledge

Name of the Book is : Bhagwat Darshan | This Book is written by Harbash Lal Sharma | To Read and Download More Books written by Harbash Lal Sharma in Hindi, Please Click : | The size of this book is 46.0 MB | This Book has 430 Pages | The Download link of the book "Bhagwat Darshan" is given above, you can downlaod Bhagwat Darshan from the above link for free | Bhagwat Darshan is posted under following categories dharm, Knowledge |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 46.0 MB
कुल पृष्ठ : 430

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

श्रीमद्भागवत पुराण का अविर्भाव भारतीय वाड्मय में एक दैवी चमत्कार समझना पाहिए । भगवान् अर्थात् वाडमय के अवतार का नाम ही भागवत है। कदाचित् इसीलिए भागवत पुराण को 'असम्मित' कहा गया है, 'इद भागवत नाम पुराण ब्रह्मासग्मितम् । इस वपन में 'ब्रह्म सम्मितम्' का अथ श्रीमद्भागवत के विषय के अनुसार परब्रह्म स्वरूप ही ग्रहण किया जा सकता है क्योकि भागवतकार ने इस ग्रंथ को निगम रूप कल्पतरु का फल अथवा सार बताया है। स्कन्दपुराण के द्वितीय वैष्णवखण्डन्तगत श्रीमद्भागवत माहात्म्य के चतुर्थ अध्याय में इस भाव को इस प्रकार स्पष्ट किया है

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.