भोजपुरी लोकगाथा | Bhojpuri Lokgatha के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : भोजपुरी लोकगाथा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Satyavrat Sinha | Satyavrat Sinha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Satyavrat Sinha | इस पुस्तक का कुल साइज 13.0 MB है | पुस्तक में कुल 380 पृष्ठ हैं |नीचे भोजपुरी लोकगाथा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भोजपुरी लोकगाथा पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Bhojpuri Lokgatha | This Book is written by Satyavrat Sinha | To Read and Download More Books written by Satyavrat Sinha in Hindi, Please Click : Satyavrat Sinha | The size of this book is 13.0 MB | This Book has 380 Pages | The Download link of the book "Bhojpuri Lokgatha" is given above, you can downlaod Bhojpuri Lokgatha from the above link for free | Bhojpuri Lokgatha is posted under following categories history, Knowledge, Stories, Novels & Plays |
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हिंदी साहित्य का भण्डार जनपदीय भाषाओं की उपेक्षा के कारण कुछ अपूर्ण सा था। अस्तुत: जनपदीय भाषाओं में ही किसी देश की सभ्यता और संस्कृति स्वाभाविक रूप में विद्यमान रहती है। हिंदी के इस क्षेत्र की ओर ध्यान दिलाने का प्रेम पं० रामनरेश त्रिपाठी तथा श्री राहुल सांकृत्यायन को है। इसकी उप
योगिता को देख कर विश्वविद्यालयों में भी धीरे धीरे लोक साहित्य से संबंधित विषयों पर शोध कार्य होने लगा, और पिछले आठ, दस वर्षों के अन्दर विश्वविद्या|लयों की डी० फिल० उपाधि के लिए इस विषय पर कई थीसिस स्वीकृत हुए। डा० सरपन्नत सिन्हा द्वारा प्रस्तुत यह ग्रंथ भी प्रयाग विश्वविद्यालय द्वारा डी० फिल० की उपाधि के लिए स्वीकृत प्रबन्ध है।