चावल का एक दाना | Chawal ka ek Dana

चावल का एक दाना | Chawal ka ek Dana

एक भारतीय गणित की लोककथा. एक राजा प्रजा पर बहुत अत्याचार करता है. बहुत लगान लगाता है. राजा के गोदाम अनाज से भरे हैं और राज्य में सूखा फैला है. उन हालातों में राजा एक भोज आयोजित करता है. जब अनाज के बोरों की ढुलाई होती है तो उनमें से एक के छेद में से अनाज गिरता है. एक छोटी लड़की रानी गिरते दानों को इकठ्ठा करती है. राजा के सिपाही लड़की को पकड़ लेते हैं. राजा लड़की को इनाम देता है. लड़की कुछ अनूठा मांगती है - आगे जानने के लिए गणित पर आधारित लोककथा को ज़रूर पढ़ें।
चावल का एक दाना | Chawal ka ek Dana

चावल का एक दाना | Chawal ka ek Dana के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : चावल का एक दाना है | इस पुस्तक के लेखक हैं : डेमी | डेमी की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.5MB है | पुस्तक में कुल 44 पृष्ठ हैं |नीचे चावल का एक दाना का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | चावल का एक दाना पुस्तक की श्रेणियां हैं : children

Name of the Book is : Chawal ka ek Dana | This Book is written by डेमी | To Read and Download More Books written by डेमी in Hindi, Please Click : | The size of this book is 1.5MB | This Book has 44 Pages | The Download link of the book "Chawal ka ek Dana " is given above, you can downlaod Chawal ka ek Dana from the above link for free | Chawal ka ek Dana is posted under following categories children |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 1.5MB
कुल पृष्ठ : 44

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एक भारतीय गणित की लोककथा. एक राजा प्रजा पर बहुत अत्याचार करता है. बहुत लगान लगाता है. राजा के गोदाम अनाज से भरे हैं और राज्य में सूखा फैला है.
उन हालातों में राजा एक भोज आयोजित करता है. जब अनाज के बोरों की ढुलाई होती है तो उनमें से एक के छेद में से अनाज गिरता है.
एक छोटी लड़की रानी गिरते दानों को इकठ्ठा करती है. राजा के सिपाही लड़की को पकड़ लेते हैं. राजा लड़की को इनाम देता है.
लड़की कुछ अनूठा मांगती है - आगे जानने के लिए गणित पर आधारित लोककथा को ज़रूर पढ़ें।

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