दरिया सागर | Dariya Sagar के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : दरिया सागर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 26.5 MB है | पुस्तक में कुल 72 पृष्ठ हैं |नीचे दरिया सागर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | दरिया सागर पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography
Name of the Book is : Dariya Sagar | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 26.5 MB | This Book has 72 Pages | The Download link of the book " Dariya Sagar" is given above, you can downlaod Dariya Sagar from the above link for free | Dariya Sagar is posted under following categories Biography |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
प्रथमहिं सत पद कीन्ह बखाना । प्रेम प्रीति ले सुरति समाना सतपद अनुभव कीन्ह अनुसारा। लोक बेद त्यागेउ सब भारा लोक बेद यह हम सब जानी । केवल नाम निरन्तर आनी गर्ब गुमान काम जग त्यागा। प्रेम रुचित निजुहिरदय लागा बेद बिधी नहिं करेउ बखाना। छपरे लोक साहव असथाना साखी-तीनि लोक के ऊपरे, (तह, अभय लोक बिस्तार सत्तः सुकृत परवाना पावै, पहुँच जाय करार