गरीबदास जी की बानी | Garib Das Ji Ki Bani के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : गरीबदास जी की बानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 63.3 MB है | पुस्तक में कुल 186 पृष्ठ हैं |नीचे गरीबदास जी की बानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गरीबदास जी की बानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography
Name of the Book is : Garib Das Ji Ki Bani | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 63.3 MB | This Book has 186 Pages | The Download link of the book " Garib Das Ji Ki Bani " is given above, you can downlaod Garib Das Ji Ki Bani from the above link for free | Garib Das Ji Ki Bani is posted under following categories Biography |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
नमो नमो सतपुरुष कें, नमस्कार गुरु कीन्ह | सुर नर मुनि जन साधवा, संतन सर्बस दीन्ह ॥ सतगुरु साहब संत सब, डंडौत औ परनाम । अागे पीछे मद्ध हूँ, तिन्ह पर जा कुरबान ॥ निराकार निर्विषयं, काल जाल भय-भंजनं । निर्लेपं निज निर्गुनं, अकल अनूपं सुन धुनं | सोहं सुरत समायतं, सकल समाना निरत लै । उजल हिरबर हर दमं, बेपरवाह अथाह है