गायत्री महाविज्ञान भाग 1 | Gayatri Mahavigyan Part 1

गायत्री महाविज्ञान भाग 1 | Gayatri Mahavigyan Part 1

गायत्री महाविज्ञान भाग 1 | Gayatri Mahavigyan Part 1 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गायत्री महाविज्ञान भाग 1 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ram Sharma Acharya | Shri Ram Sharma Acharya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 56.0 MB है | पुस्तक में कुल 220 पृष्ठ हैं |नीचे गायत्री महाविज्ञान भाग 1 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गायत्री महाविज्ञान भाग 1 पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Gayatri Mahavigyan Part 1 | This Book is written by Shri Ram Sharma Acharya | To Read and Download More Books written by Shri Ram Sharma Acharya in Hindi, Please Click : | The size of this book is 56.0 MB | This Book has 220 Pages | The Download link of the book "Gayatri Mahavigyan Part 1" is given above, you can downlaod Gayatri Mahavigyan Part 1 from the above link for free | Gayatri Mahavigyan Part 1 is posted under following categories dharm |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 56.0 MB
कुल पृष्ठ : 220

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

आर्ष ग्रन्थों में गायत्री की महिमा का गान अनेक प्रकार से किया गया है। इसे वेदमाता, देवमाता, सर्व कामधुक (सभी श्रेष्ठ कामनाओं को पूरा करने वाली) आयु, प्राण, प्रजा, पशु, कीर्ति, धन, ब्रह्मवर्चस आदि विभूतियाँ प्रदान करते हुए ब्रह्मलोक तक गति देने वाली कहा गया है, लेकिन फिर भी उसे विशिष्ट साधकों को दी जाने वाली गुह्य विद्या ही माना जाता रहा है । आचार्य श्री ने इस युग में मनुष्य मात्र को दुर्बुद्धि के चंगुल में जकड़तेपिसते देखा, तो सद्बुद्धि-सद्भाव प्रदायिनी गुह्य गायत्री महाविद्या को जन सुलभ बनाने के लिए भागीरथी तपपुरुषार्थ किया।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.