गुप्त कालीन वैष्णव धर्म हिंदी पुस्तक मुफ्त डाउनलोड | Gupt Kaalin Vaishnav Dharm Hindi Book Free Download के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : गुप्त कालीन वैष्णव धर्म है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 78.41 MB है | पुस्तक में कुल 258 पृष्ठ हैं |नीचे गुप्त कालीन वैष्णव धर्म का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गुप्त कालीन वैष्णव धर्म पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Uncategorized
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(4) एन. दण्डेकर भगवतशरण उपाध्याय पी.एल. गुप्त पाल ब्रन्टन डी.एन. झा. कृष्ण मोहन श्रीमाली आर.सी. मजूमदार श्री राम गोयल आदि प्रमुख है। इन समस्त विद्वानों की कृतियों का यथासम्भव अध्ययन करने के पश्चात मैं गुप्त शासकों के धार्मिक विचारों से प्रभावित होकर उनके द्वारा राजधर्म के रूप में स्वीकृत वैष्णव धर्म को अपने शोध विषय के रूप में चुना | अपने इस संकल्प को असली रूप प्रदान करने में मैं तब सक्षम हो सकीं जब मेरी मुलाकात मथुरा प्रसाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय कॉंच जालौन के प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के रीडर एवं लब्ध प्रतिष्ठ इतिहासकार डॉ. रामसंजीवन शुक्ल से लखनऊ कं में हुयी जो सम्प्रति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट के अन्तर्गत अनुदानित बुन्देलखण्ड का ऐतिहासिक भूगोल पर कार्य कर रहे हैं डॉ. शुक्ल अपने शोध प्रबन्ध इण्डिया एज नोन टु हरिभद्रसूरि पर पर्याप्त कीर्ति अर्जित कर चुके हैं | उन्हीं के द्वारा समय-समय पर प्रदत्त उत्साह व निर्देशन के परिणामस्वरूप इस विषय को मैं शोध स्वरूप दे सकी हूँ.। ली एक सम्भ्रान्त ईसाई परिवार में जनमी पली पुसी मैं जब गुप्तकालीन वैष्णव धर्म के विषय में किसी विद्वान लेखक व इतिहासकार से एतद् विषयक परिचर्चा प्रारम्भ करती तो वह प्रथमतः आश्चर्यचकित हो जाता कि एक ईसाई बालिका का भला... वैष्णव धर्म से क्या सम्बन्ध । परन्तु मेरी री दृढ़ इच्छाशक्ति और गुरूदेव डॉ. शुक्ल का पद - . सतत् शुभाशीष मेरा सम्बल बना | . प्रस्तुत शोध प्रबन्ध को पांच अध्यायों में विभक्त किया गया है| प्रथम अध्याय में गुप्तकाल की राजनैतिक तथा सांस्कृतिक पृष्ठभूमि का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत... किया गया है। इसमें गुप्तकालीन सामाजिक व्यवस्था जैसे वर्ण व्यवस्था दास प्रथा पारिवारिक जीवन स्त्रियों. की दिशा खान-पान वस्त्राभूषण श्रृंगार मनोरंजन के... _ साधन और विवाह आदि पर संक्षिप्त और समीचीन प्रकाश डाला गया है। इसी... अध्याय में गुप्तों की शासन प्रणाली प्रशासन के अंग प्रशासनाधिकारियों के पद ...... .. उनके अधिकार और कर्त्तव्य आदि पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है। केन्द्रीय शासन... में सम्राट का स्थान व अधिकार मंत्रिपरिषद केन्द्रीय सरकार गर व प्रशासन के | कक सयरप रस सन िरिय अनसनसएसशमसिकन धनु किककिनसर बन्प्मत्ददुल पटिकिद नमन