हमे अंटार्कटिका के बारे में कैसे पता चला | How Did We Know About Antarctica

हमे अंटार्कटिका के बारे में कैसे पता चला : इसाक असिमोव | How Did We Know About Antarctica : Isaac asimov

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इस पुस्तक का नाम : हमे अंटार्कटिका के बारे में कैसे पता चला है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta | Arvind Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.8 MB है | पुस्तक में कुल 31 पृष्ठ हैं |नीचे हमे अंटार्कटिका के बारे में कैसे पता चला का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | हमे अंटार्कटिका के बारे में कैसे पता चला पुस्तक की श्रेणियां हैं : children, education, Knowledge, science, scientist

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पुस्तक का साइज : 6.8 MB
कुल पृष्ठ : 31

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एक इतालवी नाविक क्रिस्टोफर कोलम्बस को एक नया विचार आया। क्योंकि पृथ्वी गोल थी इसलिए उसने पूर्व की बजाए पश्चिम की ओर जहाज से यात्रा करके भारत पहुंचने की ठानी।
स्पेन ने कोलम्बस को तीन जहाज दिए और उसने 1492 में दक्षिण की ओर पलायान किया। कोलम्बस अमरीकी महाद्वीप पहुंचा पर उसे भारत पहुंचते की गलतफहमी हुई। कुछ समय बाद लोगों को लगा कि दुनिया कोलम्बस की कल्पना से बड़ी थी। अपनी यात्रा में कोलम्बस को नए-नए द्वीप और महाद्वीप मिले पर भारत वहां से बहुत दूर था।
स्पेन को यह अच्छा नहीं लगा। पुर्तगाल, भारत और अन्य एशियाई देशों के साथ बहुत व्यापार कर रहा था और स्पेन कुछ भी नहीं।
पुर्तगाली नाविक फर्डिनेन्ड मैगालेन के साथ पुर्तगाली सरकार ने अच्छा व्यवहार नहीं किया था। इसलिए मैगालेन पुर्तगाली छोड़कर स्पेन चला गया। उसका विचार अमरीका जाकर वहां से आगे भारत पहुंचने का।। यूनानियों और रोमवासियों का दुनिया का नक्शा
1519 में मैगालेन ने स्पेन से अपनी यात्रा शुरू की। वो अमरीकी महाद्वीप
पहुंचकर वहां से आगे भारत जाना ब्रिटेन एशिया ।
चाहता था। यह काम आसान नहीं था क्योंकि अमरीकी महाद्वीप - उत्तर से दक्षिण तक जमीन का एक बहुत विशाल विस्तार था।
अंत में मैगालेन बहुत दूर दक्षिण
की ओर सफर करने के बाद 20 अफ्रीका
अक्टूबर 1520 को एक पानी की
खाड़ी (स्ट्रेट) के पास पहुंचा। वो मेडिटेरेनियन सी
खाड़ी में घुसा। वहां बहुत आंधी और
ब्रिटेन ?
एशिया
यारोप
रित
)
भारतीय महासागर

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