स्वामी विवेकानंद के उपदेश हिंदी पुस्तक | Upadesh By Swami Vivekanand Hindi Book

स्वामी विवेकानंद के उपदेश हिंदी पुस्तक | Upadesh By Swami Vivekanand Hindi Book

स्वामी विवेकानंद के उपदेश हिंदी पुस्तक | Upadesh By Swami Vivekanand Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Vivekanand | Vivekanand की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 2.8 MB है | पुस्तक में कुल 25 पृष्ठ हैं |नीचे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational, others

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पुस्तक का साइज : 2.8 MB
कुल पृष्ठ : 25

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शक्ति के अनुसार आगे बढो।इसके बाद मैं भारत पहुँच कर सारे देश में उत्तेजना फूँक दूंगा। डर किस बात का है? नहीं है नहीं है कहने से साँप का विष भी नहीं रहता है। नहीं नहीं कहने से तो नहीं हो जाना पड़ेगा। खूब शाबाश छान डालो सारी दूनिया को छान डालो अफसोस इस बात का है कि यदि मुझ जैसे दो चार व्यक्ति भी तुम्हारे साथी होते तमाम संसा हिल उठता। क्‍या करूँ धीरे धीरे अग्रसर होना पड रहा है। तूफान मचा दो तूफान वि स ४८३८७ किसी बात से तुम उत्साहद्दीन न होओ जब तक ईश्वर की कृपा हमारे ऊपर है कौन इस पृथ्वी पर हमारी उपेक्षा कर सकता है? यदि तुम अपनी अन्तिम साँस भी ले रहे हो तो भी न डरना। सिंह की शूरता और पुष्प की कोमलता के साथ काम करते रहो। वि स ४८३२० लोग तुम्हारी स्तुति करें या निन्‍्दा लक्ष्मी तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो तुम्हारा देहान्त आज हो या एक युग मे तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो। वि स ६८८ श्रेयांसि बहुविघ्नानि अच्छे कर्मों में कितने ही विघ्न आते हैं। प्रलय मचाना ही होगा इससे कम में किसी तरह नहीं चल सकता। कुछ परवाह नहीं। दुनीया भर में प्रलय मच जायेगा

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2 Comments
  1. गुरप्रीत सिंह says

    स्वामी विवेकानन्द जी की काफी अच्छी एवं उपयोगी पुस्तकालयों उपलब्ध है।
    धन्यवाद ॥

    1. amit kumar pal says

      muje jarurat h ek pustak unki jeevni ki

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